मास्को। इंडोनेशिया के 34 में से 28 प्रांतों में भयंकर सूखे का खतरा मंडरा रहा है जिसके कारण कम से कम पांच करोड़ लोग बुरी तरह प्रभावित होंगे। भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के समुद्री तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण यह सूखा पड़ता है। इस सूखे के कारण 247,100 एकड़ कृषि योग्य भूमि प्रभावित हुई है जबकि 9000 हेक्टेयर भूमि पर मिट्टी बर्बाद हुई है। इंडोनेशिया के जावा, बाली और लेसर सुंडा द्वीप के अधिकतर हिस्सों में 60 से अधिक दिनों तक बारिश नहीं हुई है। इंडोनेशियाई मौसम विज्ञान, क्लाइमेटोलॉजी और भूभौतिकी एजेंसी के अनुसार सूखे की मार अगस्त में काफी भीषण होगी जबकि इसका प्रभाव सितंबर तक रहेगा। प्रशासन ने लोगों को स्वच्छ जल मुहैया कराना शुरू कर दिया है।
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